love Shayari in Hindi
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love Shayari |
कलमे में वो या के कमलमे में वो ही है ,दुआओ में भी वो ही है और खुदा भी वोही है ,,,
ए वाइस तेरे इलम का फायदा क्या मिला भी वही है ,और जुदा भी वही है ,,,,
मेरी ज़िल्द के बाकी पन्ने फटे ,पर जुड़ा भी वही है और मुड़ा भी वही है ,,
भरा सा ये पिंजरा दिखे खाली खाली , वही रह गया और उदा भी वही है ,,
नमक की नदी या कसैली ये झील ,वही एक झलका और पिया भी वही है ,,
अजब इश्क़ रब ये हुआ जिसको हासिल ,
मिटा भी वही है बना भी वही है। [love shayari]
इश्क़ को भी इश्क़ से मोहब्बत हो गयी ,
जब इश्क़ ने इश्क़ को इश्क़ किया है ? ये पूछा
तो इश्क़ ने इश्क़ को मुस्कुराते हुए कहा ,
इश्क़ तो वही है ,,[love shayari in hindi]
जहाँ एक इश्क़ वाले की दूसरी इश्क़ वाले से रूह जुड़ जाये।
दिन गुजर गया इंतजार में , रात कट गयी इंतजार में ,
वो मज़ा कहा वसल ए प्यार में , लुतफ तो मिला इंतजार में ,
उनकी एक नज़र काम कर गयी होश अब कहा होशियार में ,
मेरे कब्जे में कायनात है , में ही हु आग इख्तियार में ,
आँख तो उठी फूल की तरफ दिल उलझ गया हुस्न ए खार में ,
तुम्हे क्या कहे कितने गम सहे हमने बेवफा तेरे प्यार में ,
फ़िक्र ए आशिया हर खिज़ा में की,
आशिया जला तो बहार में ,
किस तरह ये गम भूल गए हम वो जुड़ा हुआ इस बहार में।
आँखों की जुबां कहती है क्या , हम क्या समझे ,
हम क्या जाने ,
इन आँखों की कहानी है पुरानी ,है अमर प्रेम की गाथाएं ,
इन गाथाओ का ज्ञान हमे , [love shayari in hindi]
है सकती यही अभियान हमे ,
कोई है सुनता कोई है सुनाता
हम तो गाथा रचने वाले हम है तुझ पर मरने वाले।
[love shyari in hindi]
अपनी मर्ज़ी के कहा अपने सफर के हम
रुख हवाओ का जिधर उधर के हम
पहले हर चीज थी अपनी मगर अब लगता है
अपने ही घर में किसी दुसरो के हम,
वक़्त के साथ मिटटी का सफर सदियों से ,
किसको मालूम कहा के, किधर के, है हम ,
जिस्म से रूह तक अपने कई आलम है ,
कभी धरी के कभी चाँद नगर के हम ,
चलते रहते है की चलना है मुसाफिर का नसीब ,
सोचते रहते है किस राह गुज़र के हम ,
गिनतियों में ही गिने जाते है हर दौर में हम ,
हर कलम कार के बेनाम खबर के हम।[love shayari in hindi]
मोहब्बत का मेरा सफर आखिरी ,
ये कागज़ ये कलम आखिरी ,
कलम के ये ग़ज़ल आखिरी ,
हम ना मिलेंगे और कभी ,
ढूंड लेना खामोसी का मरहम आखिरी।
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